लेखनी कहानी -11-Dec-2021 तेरे झूठे वादे प्रतियोगिता के लिए
तेरे झूठे वादे
आँखों की पलकों पर तुझको सजाऊंगा ।
तेरा एक आँसु भी ना गवारा करूंगा।
किया था तुमने ये वादा मुझ से।
फिर क्यों तुम ही मेरे आँसुओं की वजह बन गये।
साथ मुझे तुम लेकर आये थे।
कहा ध्यान मै तेरा हरपल रखुगाँ।
आँखो में मै किरकिरी बन चुभने लगी।
फिर क्यों मुझे अपनी नजरों से दूर करने लग गये।
कोई भी तकलीफ हो तुम मुझे बताना।
दर्दे दिल की धड़कन की आवाज मै बन जाऊँगा।
ना पहुंचने दुगा तुझ तक कोई परेशानी।
फिर क्यों तुम मेरी बातों को अनसुना करने लग गये।
समय बीत रहा है सम्बन्ध मजबूत हो रहा है।
लेकिन ना जाने कौन सी दुरी तेरे मेरे दरमियां है।
कोई भी बंधन में ना बांध के रखूंगा।
फिर क्यों मेरे जज़्बातों को गुलाम बनाने की चाहत रखने लग गये।
साँस तेरी धड़कन तेरी बन जाऊँगा।
गीत तेरे लिए मैं गुनगुनाऊँगा।
वादा किया था जीवन की हर राह पर साथ निभाने का ।
फिर क्यों अपनी मर्जी से सांस लेने वाले मेरे पल तुझे ना गवार गुज़रने लग गये।
नीलम गुप्ता नजरिया दिल्ली
Zeba Islam
11-Dec-2021 04:42 PM
Bhot khoob
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Mukesh Duhan
11-Dec-2021 04:22 PM
Nice ji mam
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fiza Tanvi
11-Dec-2021 04:07 PM
Good
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